कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों के चलते हर प्रदेश अपने लिए ज्यादा ऑक्सीजन मांग रहा है। अब नया विवाद हरियाणा और दिल्ली के ऑक्सीजन कोटे को लेकर सामने आया है। अब इसमें भेदभाव की बातें भी सामने आने लगी हैं। हरियाणा में एक्टिव केस ज्यादा होने के बावजूद भी प्रदेश को दिल्ली के मुकाबले 60 फीसदी ही ऑक्सीजन अलॉट हो रखी है। यह भी अभी तक कभी पूरी नहीं मिली।
ऐसे में जब सबसे ज्यादा संक्रमित आठ प्रदेशों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बात की तो हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने यह मुद्दा उनके सामने रखा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में इस वक्त एक लाख आठ हजार सक्रिय मरीज हैं, जबकि दिल्ली में 85 हजार ही हैं। इतना ही नहीं हरियाणा में दिल्ली के मरीज भी आ रहे हैं, जिनके उपचार की व्यवस्था भी हम कर रहे हैं। दिल्ली को 700 एमटी ऑक्सीजन दी हुई है और हरियाणा को केवल 282 एमटी कोटा मिला है। नियमानुसार देखा जाए तो हरियाणा में इस वक्त 400 एमटी ऑक्सीजन की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन का दोबारा वितरण किए जाने की आवश्यकता है;
विज ने यह भी मामला रखा कि दूसरे प्रदेशों से ऑक्सीजन सप्लाई में दिक्कत हो रही है। प्रदेश में इस वक्त 280 एमटी ऑक्सीजन प्रोडक्शन की व्यवस्था है। इसलिए हरियाणा को उसके कोटे की ऑक्सीजन यहां हो रहे प्रोडक्शन में ही दी जाए।