चाणक्य एक भारतीय शिक्षक, अर्थशास्त्री और एक राजनीतिक सलाहकार थे Apr 20, 2021 चाणक्य नीति श्लोक कश्चित् कस्यचिन्मित्रं, न कश्चित् कस्यचित् रिपु:। अर्थतस्तु निबध्यन्ते, मित्राणि रिपवस्तथा ॥ भावार्थ :